इंदौर ।  प्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा में घोटाले को लेकर छात्रों ने आंदोलन शुरू कर दिया है। गुरुवार को सैकड़ों अभ्यर्थी रैली के रूप में कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और यहां धरना दिया। इस आंदोलन में कई कोचिंग क्लास संचालक भी मौजूद रहे। छात्रों ने चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए जमकर नारेबाजी भी की। कलेक्टर से मिलने के लिए छात्र काफी देर तक डटे रहे। जब वे नहीं आए तो एसडीएम अंशुल खरे को ज्ञापन देकर चले गए। छात्रों ने चयन को दूषित मानते हुए दोबारा परीक्षा कराने और मामले की जांच की मांग की। दरअसल, प्रदेश में हाल ही में पटवारी भर्ती परीक्षा के परिणाम आए हैं। इसमें चयनित टाप-10 में से सात पटवारी ग्वालियर के एनआरआइ कालेज के सेंटर से ही चुने गए हैं। इसे लेकर चयन सूची पर सवाल खड़े हो गए हैं।

कांग्रेस ने भी इसे मुद्दा बना दिया है। आरोप हैं कि पटवारी भर्ती में बड़े पैमाने पर घपला हुआ है। नेताओं और अधिकारियों ने मिलकर इसमें अपने कई लोगों का चयन कराया है। इसमें लेनदेन के आरोप भी लगाए जा रहे हैं। आंदोलनकारी छात्रों का कहना है कि चयन प्रक्रिया पारदर्शी नहीं रही।