वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल गंवाने के बाद भारतीय टीम में बदलाव करने की मांग उठ रही है। इसके साथ ही रोहित शर्मा की कप्तानी पर भी तरह-तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। लगातार टीम के कप्तान और कई सीनियर खिलाड़ियों को टीम से बाहर करने का रास्ता दिखाने चर्चा का अहम मुद्दा है। हालांकि, भारत के पास टेस्ट कप्तान के तौर पर ज्यादा ऑप्शन नजर नहीं आते हैं। वहीं, रोहित की उम्र भी 36 हो चली है और वह काफी लंबे समय तक कप्तानी नहीं कर पाएंगे। ऐसे में रोहित के कप्तान रहते हुए फ्यूचर कैप्टन को तलाशने और तैयार करने की सख्त जरूरत है। सेलेक्टर्स को सबसे पहले क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में रोहित का परमानेंट डिप्टी तय करना होगा, जो सीनियर खिलाड़ियों की देखरेख में कप्तानी का गुण सीख सके। आइए आपको बताते हैं कि इस समय टेस्ट में उपकप्तान बनने के चार सबसे बड़े दावेदार कौन नजर आ रहे हैं।

1. ऋषभ पंत

भले ही ऋषभ पंत अभी इंजरी के चलते क्रिकेट से दूर चल रहे हो, लेकिन ऋषभ पंत को भारत के फ्यूचर कप्तान के तौर पर देखा जा रहा है। पंत की उम्र भी अभी महज 24 साल है और इसके साथ ही वह टेस्ट टीम में अपनी जगह भी फिक्स कर चुके हैं। पंत आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स की अगुवाई भी कर चुके हैं और उनके अंदर कप्तानी वाले गुण नजर आते हैं।

2. श्रेयस अय्यर

श्रेयस अय्यर भी टेस्ट क्रिकेट में उपकप्तान के तौर पर बढ़िया विकल्प नजर आते हैं। अय्यर के पास कप्तानी करने का अच्छा खासा अनुभव भी मौजूद है। इसके साथ ही क्रिकेट का सबसे लंबा फॉर्मेट अय्यर को रास भी आता है। अय्यर का रिकॉर्ड टेस्ट क्रिकेट में अच्छा रहा है और अगर वह अपनी फिटनेस को बरकरार रखने में सफल रहते हैं, तो भारतीय सेलेक्टर्स अब पर भरोसा दिखा सकते हैं।

3. शुभमन गिल

टीम इंडिया का वो युवा खिलाड़ी, जिसके प्रदर्शन की चर्चा इन दिनों सबसे ज्यादा हो रही है। शुभमन गिल अपने करियर के सबसे बेहतरीन दौर से गुजर रहे हैं। गिल के पास शानदार टेक्निक मौजूद है और इसके साथ ही वह मैदान पर काफी शांत भी नजर आते हैं। अपने दमदार प्रदर्शन के चलते गिल भारत की टेस्ट टीम में अपनी जगह भी पक्की कर चुके हैं। ऐसे में अगर रोहित और कोहली की देखरेख में गिल को उपकप्तान की जिम्मेदारी सौंपी जाए, तो वह भविष्य में अच्छे कप्तान साबित हो सकते हैं।

4. केएल राहुल

केएल राहुल भी रोहित शर्मा के डिप्टी के तौर पर अच्छा विकल्प दिखाई देते हैं। भले ही राहुल इस समय खराब फॉर्म और फिटनेस से जूझ रहे हों, लेकिन अपनी शानदार टेक्निक और क्लासी शॉट्स के दम पर राहुल ने टेस्ट क्रिकेट में भी खूब नाम कमाया है। राहुल के पास कप्तानी करने का अनुभव भी मौजूद है और वह उपकप्तान की जिम्मेदारी पहले भी संभाल चुके हैं।