वित्त मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) अधिकारियों ने 569 फर्जी कंपनियों का परिचालन करने वाले और इन कंपनियों के माध्यम से 1,047 करोड़ रुपये के फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट लेने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया गया है।

जीएसटी खुफिया महानिदेशालय (डीजीजीआई) की जयपुर जोनल यूनिट ने 14 राज्यों में फर्जीवाड़ा करने वाले इस गिरोह का पता लगाया। यह गिरोह दिल्ली में रहकर फर्जी कंपनियों के जरिये फर्जीवाड़ा करता था। मंत्रालय के मुताबिक, दिल्ली के निवासी रिषभ जैन ने इन फर्जी कंपनियों के संचालन के लिए 10 कर्मचारी रखे हुए थे।

इनकी गतिविधियों पर नजर रखने और आंकड़ों की पड़ताल के बाद अधिकारी इस फर्जीवाड़े में शामिल मास्टरमाइंड का पता लगाने में सफल रहे। जैन को 25 जून को गिरफ्तार किया गया और आर्थिक अपराध न्यायालय, जयपुर में पेश किया गया और सात जुलाई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

इस गिरोह ने फर्जी कंपनियों के जरिये 6,022 करोड़ रुपये के कर-योग्य कारोबार को दिखाने वाले बिल जारी किए और इनकी मदद से 1,047 करोड़ रुपये के इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा किया गया।

ये फर्जी कंपनियां दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पंजाब, बिहार, झारखंड, गुजरात, महाराष्ट्र, हरियाणा, बंगाल, कर्नाटक, गोवा, असम और उत्तराखंड में मौजूद हैं। जीएसटी अधिकारियों ने इस गिरोह और ब्रोकरों के 73 बैंक खातों को जब्त कर लिया है।