भोपाल । गुजरात एवं राजस्थान की सीमा से लगे मप्र के जिले आलीराजपुर, धार, झाबुआ, रतलाम में सोमवार को कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। मध्‍य प्रदेश के शेष जिलों में मौसम साफ होने लगेगा। धूप भी निकलेगी। लगातार तीन दिन तक पश्चिमी मध्य प्रदेश में जबरदस्त बारिश का कारण बना गहरा कम दबाव का क्षेत्र कुछ कमजोर पड़कर राजस्थान की तरफ चला गया है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, उधर पिछले 24 घंटों के दौरान रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक प्रदेश में सर्वाधिक 341 मिलीमीटर बारिश कट्ठीवाड़ा (आलीराजपुर) में हुई। इसके अलावा धार में 301.3, रतलाम में 242, खंडवा में 162, इंदौर में 144.7, खरगोन में 110, उज्जैन में 59, नर्मदापुरम में 13.6, भोपाल में 13.4, पचमढ़ी 10.2, शिवपुरी में सात मिलीमीटर बारिश हुई थी। रविवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक रतलाम में 21, धार में 16,उज्जैन में आठ, इंदौर में 6.6, गुना में पांच, शिवपुरी में एक, पचमढ़ी एवं भोपाल में 0.2 मिमी. बारिश हुई।बता दें कि इस सीजन में एक जून से लेकर रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक मप्र में कुल 897.4 मिमी. वर्षा हो चुकी है। जो सामान्य वर्षा (905.3 मिमी.) की तुलना में सिर्फ एक प्रतिशत कम है। पांच सितंबर को प्रदेश में वर्षा सामान्य से 19 प्रतिशत तक कम थी। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक गहरा कम दबाव का क्षेत्र कमजोर पड़ने के बाद कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित हो गया है। वर्तमान में वह दक्षिण-पूर्वी राजस्थान एवं उससे लगे पश्चिमी मध्य प्रदेश पर बना हुआ है।मानसून द्रोणिका जैसलमेर से कम दबाव के क्षेत्र से होकर सागर, डाल्टनगंज, जमशेदपुर, दीघा से होकर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। पूर्व मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि कम दबाव के क्षेत्र के राजस्थान की तरफ जाने से मानसून की गतिविधियों में अब कमी आने लगेगी। हालांकि सोमवार को गुजरात-राजस्थान की सीमा से लगे मप्र के इंदौर, उज्जैन संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना है। शेष संभागों के जिलों में मौसम साफ होने लगेगा।