हर देश की अलग-अलग मुद्रा होती है. उन मुद्राओं के तहत ही देश में व्यापार और वित्तीय लेनदेन संभव हो पाता है. वहीं मुद्राओं के जरिए ही अंतर्राष्ट्रीय व्यापार भी संभव हो पाता है. फिलहाल अमेरिकी डॉलर को अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में ज्यादा तवज्जो दी जाती है लेकिन अब भारतीय मुद्रा रुपया भी अपनी पहुंच दूर तक स्थापित करने जा रहा है. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने उम्मीद जताई कि कारोबारी जल्द ही रुपये में विदेशी व्यापार का निपटान कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि विभिन्न देशों के कई बैंक भारतीय बैंकों के साथ विशेष वोस्ट्रो खाते खोल रहे हैं.

कारोबार

भारत की ओर से लगातार अंतर्राष्ट्रीय व्यापार रुपये में किए जाने के लिए कोशिशें की जा रही है. साथ ही कई अहम कदम भी इसके लिए उठाए गए हैं. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने ब्रिटेन, सिंगापुर और न्यूजीलैंड सहित 18 देशों के संबंधित बैंकों के साथ विशेष रुपया वोस्ट्रो खाता (एसआरवीए) खोलने के 60 अनुरोधों को मंजूरी दी है.

डॉलर

उन्होंने कहा कि केंद्रीय बैंक इस मुद्दे पर विभिन्न देशों में अपने समकक्षों के साथ चर्चा कर रहा है. गोयल ने कहा, ''हम जल्द ही कई देशों के साथ रुपये में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार होते हुए देखेंगे.'' उन्होंने यह भी कहा कि यूरोपीय संघ, ब्रिटेन और कनाडा जैसे विकसित क्षेत्रों के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के लिए बातचीत उन्नत चरणों में है.

रुपया

मंत्री ने कहा, ''पूरी दुनिया भारत के साथ व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता करना चाहती है.'' उन्होंने कपड़ा क्षेत्र के लिए उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन योजना के दूसरे चरण के बारे में कहा कि बहुत जल्द योजना की रूपरेखा को अंतिम रूप दे दिया जाएगा.