नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के शीर्ष कमांडर समेत दो आतंकवादी मारे गये. लश्कर के कमांडर ने अफगानिस्तान में प्रशिक्षण हासिल किया था. अधिकारियों ने यह जानकारी दी . 
अधिकारी ने बताया कि रात भर के विराम के बाद आज सुबह गोलीबारी फिर से शुरू हो गई, जिसमें दोनों आतंकवादी मारे गये . उन्होंने बताया कि यह अभियान अब अपने अंतिम चरण में है . इससे पहले दिन में, एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया था कि एक पाकिस्तानी आतंकवादी मुठभेड़ में मारा गया है . बाद में अधिकारियों ने बताया कि एक अन्य आतंकी को मार गिराया गया है. अधिकारियों ने बताया कि अतिरिक्त सुरक्षा बलों की मदद से इलाके की घेराबंदी कर दी गयी और अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया था, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आतंकी घने जंगली इलाके की ओर न भाग सकें.
मुठभेड़ में मारे गये पाकिस्तानी आतंकी के बारे में प्रवक्ता ने बताया कि उसकी पहचान क्वारी के तौर पर की गयी है . वह पाकिस्तान का नागरिक है और कुख्यात आतंकवादी है. प्रवक्ता ने कहा, ‘‘उसे पाकिस्तान और अफगान मोर्चे पर प्रशिक्षित किया गया था. वह लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष आतंकियों में शुमार था . पुलिस ने बताया कि लश्कर का शीर्ष कमांडर क्वारी पिछले एक साल से अपने समूह के साथ राजौरी-पुंछ क्षेत्र में सक्रिय था. उन्होंने यह भी बताया कि मारा गया आतंकी डांगरी और कंडी हमलों का मुख्य साजिशकर्ता माना जाता है.
प्रवक्ता ने कहा कि क्वारी को क्षेत्र में आतंकी गतिविधियों को फिर से शुरू करने के लिए भेजा गया था और वह ‘इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) बनाने में माहिर था. अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ में मारे गये दूसरे आतंकी की पहचान की जा रही है . बुधवार को मुठभेड़ में विशेष बल के दो कैप्टन समेत चार सैन्यकर्मियों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी . धर्मसाल के बाजीमाल इलाके में हुई इस मुठभेड़ में सुरक्षा बल के दो अन्य जवान घायल हो गए थे. मुठभेड़ के दौरान घायल हुये दो जवानों - एक मेजर और एक जवान- को उधमपुर स्थित सेना के कमांड अस्पताल में उपचार के लिये भर्ती कराया गया है.