सरकारी निर्देशों को दरकिनार कर DTO ऑफिस में खुद की सरकार चला रहे अनुराग शुक्ला


विशेष संवाददाता
खबरमंत्री न्यूज़ नेटवर्क 

बैतूल। लगभग एक माह पूर्व बैतूल जिले में पदस्थ हुए जिला परिवहन अधिकारी अनुराग शुक्ला वाहन स्वामियों पर ऐसी अड़ी डाल रहे हैं कि जिले में चहूँ ओर उनके खिलाफ आवाज उठती दिख रही है। कल मंगलवार की सुबह जिला मुख्यालय पर जिले के वाहन मालिकों के प्रतिनिधि मंडल ने पूर्व सांसद हेमंत खंडेलवाल से मुलाकात कर डीटीओ अनुराग शुक्ला की कार्यप्रणाली के विरोध में ज्ञापन सौंपा। इस प्रतिनिधिमंडल ने पूर्व सांसद हेमंत खंडेलवाल को बताया कि किस तरह से पिछले एक माह में डीटीओ अनुराग शुक्ला की पदस्थापना के बाद से जिला परिवहन कार्यालय की व्यवस्था ही चरमरा गई है। श्री खंडेलवाल ने वाहन मालिकों की समस्या सुनकर उन्हें कार्यवाही करवाने हेतु आश्वासन दिया है। ज्ञापन में DTO शुक्ला पर गंभीर किस्म के कई आरोप लगाए गए हैं।

किसानों को सरकार की छूट लेकिन - DTO शुक्ला की नहीं
ट्रैक्टर पंजीयन में बही को नहीं मान रहे DTO शुक्ला

     किसान कल्याण को मध्यप्रदेश एवं केंद्र की सरकार ने सर्वोच्च प्राथमिकता वाले विषयों में शामिल किया है, लेकिन जिला परिवहन अधिकारी अनुराग शुक्ला किसानों पर अड़ी डालने से भी नहीं हिचक रहे हैं। वाहन मालिकों ने श्री खंडेलवाल को बताया कि डीटीओ शुक्ला किसानों के ट्रैक्टर का पंजीयन करते समय उनकी जमीन की बही को मान्यता नहीं देते हैं। जबकि सरकार ने कृषि भूमि की बही प्रस्तुत करने पर कृषकों के ट्रैक्टर को टैक्स फ्री करने का नियम बनाया है। वाहन मालिकों ने श्री खंडेलवाल को बताया कि कृषि भूमि पर ट्रैक्टर को कर मुक्त करने हेतु डीटीओ शुक्ला द्वारा रिश्वत की मांग की जाती है और इसके लिए दबाव भी बनाया जाता है।

15 वर्ष पुराने वाहनों का पंजीयन निरस्त कराने हेतु भी देनी पड़ रही रिश्वत
    वाहन मालिकों ने बताया कि मध्य प्रदेश शासन के आदेशानुसार 15 वर्ष से अधिक पुराने वाहनों का पंजीयन निरस्त कराना अनिवार्य है। बावजूद इसके वीडियो शुक्ला इस काम के पैसे लिए बिना पंजीयन निरस्त नहीं करते हैं।

दिन में गायब रहते डीटीओ शुक्ला शाम को 6 से 8 तक लगाते हैं ऑफिस
          पिछले 8 माह के दौरान डीटीओ कार्यालय का कार्यालयीन समय अनऑफिशियली बदल दिया गया है। DTO अनुराग शुक्ला दिन के समय कार्यालय से गायब ही रहते हैं और अक्सर शाम को 6 से 8 बजे तक कार्यालय में उपस्थित होकर मनमर्जी से काम करते हैं। डीटीओ शुक्ला द्वारा बरती जा रही इस अनियमितता की जांच डीटीओ कार्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज से आसानी से की जा सकती है। दिन के समय परिवहन कार्यालय में अधिकारी के उपस्थित ना होने के कारण अपने कार्यों के लिए वहां पहुंचने वाले आमजन परेशान होते रहते हैं। 

अन्य प्रांतों से ट्रेक्टर लाने वाले किसानों से 20-20 हजार की मांग का आरोप

जिले के कई गरीब किसान जो रकम ना होने के कारण महंगा ट्रैक्टर खरीदने में असमर्थ रहते हैं वह अन्य प्रांतों से सस्ती दरों में पुराने ट्रैक्टर खरीद कर लाते हैं और अपना काम चलाते हैं। ऐसे किसानों से ट्रैक्टर ट्रांसफर के लिए डीटीओ शुक्ला द्वारा ₹ 20-20 हजार की अनुचित मांग करने का आरोप भी वाहन मालिकों ने खंडेलवाल से चर्चा के दौरान लगाया है। उन्होंने बताया कि कई किसान कर्ज लेकर डीटीओ शुक्ला को इसके लिए रिश्वत के पैसे देने को बाध्य हो रहे हैं। 

फेसलेस-पेपरलेस की सुविधा नहीं दे रहे DTO शुक्ला

     वाहन स्वामियों ने श्री खंडेलवाल को बताया कि शासन द्वारा परिवहन कार्यालय के कई कार्यों में फेसलेस-पेपरलेस की सुविधा प्रदान की गई है लेकिन ऐसे कार्यों के लिए भी DTO शुक्ला वाहन स्वामियों को समक्ष में उपस्थित करने हेतु बाध्य करते हैं और रिकॉर्ड रूम से फाइल निकलवाने हेतु दबाव बनाकर अनुचित वसूली करते हैं। 

DTO शुक्ला का रिश्तेदार शानू, मंगल-धर्मेंद्र से लेता है वसूली का हिसाब

     जिला परिवहन कार्यालय में वाहन मालिकों और एजेंटों से होने वाली अवैध वसूली को बटोरने के लिए डीटीओ शुक्ला द्वारा धर्मेंद्र मंगल नामक युवक को जिम्मेदारी दी गई है। लेकिन धर्मेंद्र-मंगल के पास जमा हुए पैसों का हिसाब लेने के लिए डीटीओ शुक्ला के रिश्तेदार शानू को जिम्मेदारी दी गई है। जिला परिवहन अधिकारी अनुराग शुक्ला के साथ साए की तरह चलने वाला शानू और एक अन्य रिश्तेदार प्रतिदिन मंगल और धर्मेंद्र से दिनभर की वसूली का हिसाब लेते हैं। इस अवैध वसूली की जांच आसानी से डीटीओ शुक्ला और उनके रिश्तेदार सानू सहित धर्मेंद्र-मंगल के मोबाइल की सीडीआर निकाल कर आसानी से की जा सकती है।

न्यूज़ सोर्स : Khabarmantri News Network