नई दिल्ली। चुनावी रणनीतिकार के तौर पर मशहूर प्रशांत किशोर ने भाजपा को लेकर बड़ी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि आज भाजपा तमाम चुनाव पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे पर जीत रही है। यह भाजपा के लिए बड़ी ताकत हैं, लेकिन यही भाजपा की सबसे बड़ी समस्या भी है। पीके ने एक इंटरव्यू में कहा, भाजपा की यह सबसे बड़ी समस्या है कि उसकी पीएम मोदी पर अत्यधिक निर्भरता है। यह पूछने पर कि भाजपा का नेतृत्व पीएम मोदी के बाद किसके पास होगा? पीके ने कहा कि मैं नहीं जानता कि उनके बाद कौन हाईकमान होगा, लेकिन जो भी होगा, वह उनसे भी ज्यादा हार्डलाइनर होगा। 
इस मौके पर प्रशांत किशोर ने भाजपा और जेडीयू के रिश्तों पर भी टिप्पणी की। पीके ने कहा कि भाजपा इसलिए नीतीश कुमार को साथ लाई है, ताकि विपक्षी एकता को खत्म कर सके। उन्होंने कहा कि भाजपा पहले ही जेडीयू को निगल चुकी है। पीके ने कहा कि यह बात खुद नीतीश कुमार जानते हैं, लेकिन वह जो कुछ भी बचा है, उसके सहारे कुछ और वक्त मुख्यमंत्री बने रहना चाहते हैं। वह 18 सालों से बिहार के मुख्यमंत्री हैं और अब यह उनकी पारी का आखिरी दौर चल रहा है।
भाजपा, कांग्रेस, टीएमसी सहित कई दलों के लिए काम कर चुके पीके ने कहा कि कांग्रेस आधार योजना लेकर आई थी। लेकिन वह कभी इसका फायदा नहीं उठा सकी। इस स्कीम को भाजपा जनता तक ले गई। तमाम योजनाओं को आधार से जोड़ा गया और इसे भाजपा ने अपने कैंपेन का हिस्सा बनाया। भाजपा को इसका फायदा मिला है। अब कांग्रेस इसके क्रेडिट की बात करती है। उन्होंने इस दौरान महिला मतदाताओं को भी अहम बताया। उन्होंने कहा कि जाति और मंडल के नाम पर पुरुष आंदोलन करते दिखते हैं, लेकिन जब राम मंदिर की बात आती है, तब महिलाएं नजर आती हैं। इस तरह महिला अलग ही वोटबैंक है।