आजकल खबरों का बाजार गर्म है कि छोटे व्यापारी, रेड़ी  पटरी वाले वेंडर युपीई से जो लेन देन करते हैं उस पर NCPI 1.1% की दर से चार्ज वसूलेगा। लेकिन ऐसा है नही, ये अधूरी खबर है। सही बात ये है कि अगर कोई ग्राहक  वेंडर को UPI से पेमेंट करता है और वो पेमेंट वेंडर के PPI यानी प्री पेड पेमेंट अकाउंट में जाती है तो 1.1% का चार्ज लगेगा। अगर ग्राहक UPI से UPI में या PPI से PPI में पेमेंट करेगा तो कोई चार्ज नही लगेगा। UPI और PPI को NCPI मैनेज करता है। UPI का मतलब यूनिफाइड पेमेंट गेटवे है और PPI का मतलब प्रीपेड पेमेंट गेटवे है, पेटीएम वॉलेट, अमेजन वॉलेट, एयरटेल वॉलेट PPI के उदाहरण है।नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया NCPI की स्थापना 2008 में आरबीआई और बैंक एसोसिएशन की संस्तुति से हुई थी। NCPI भुगतान प्रणाली और निबटान का कार्य करता है।भारतीय UPI व्यवस्था दुनिया में काफी सराही जा रही है, कई देश इस व्यवस्था को अपने देश में लागू करने के इच्छुक भी है।